अगर एक ही फ्लोर पर आधा पोर्शन किराये पर देना हो और सभी कमरों के दरवाजें मध्य के चोक में ही खुलतें हों तो उत्तर वाला भाग किराये पर देकर दक्षिणी हिस्सा अपने पास रखना चाहिए या पूर्वी भाग किराये पर देकर पश्चिम हिस्सा अपने पास रखना शुभ रहता हैl कई बार उत्तर व पूर्व दिशा के कमरों को किराये पर देते समय(प्राईवेसी के उद्देश्य से)इनके गेट जो मध्य चौक में खुलते हैं उनको लाँक करके इनका रास्ता सिर्फ बाहर से कर दिया जाता हैं ऐसे पोर्शन में रहने वाले किरायेदार तो खुब उन्नति करते हैं और अपना मकान बना कर ही जाते हैं परन्तु घर का उत्तरी या पूर्वी भाग घर से अलग होने के कारण गृहस्वामी को बहुत कष्ट भोगने पडते हैंlउसकी सन्तान कि उन्नति नहीं होती और धन कि व्यर्थ बर्बादी होती हैंlएक रिहायशी काँलोनी मे रहने वाले सज्जन ने अपने पुर्वीमुखी मकान के आगे वाले दो कमरें किराये पर दे रखे थे जिनका उपयोग वह बाहर से करता था, इस मकान में जितने भी किरायेदार आये उन्होंने खुब उन्नति कि और सब अपना मकान बना के हि गऐlपरन्तु यह मकान गृहस्वामी के लिए कभी भी शुभ नहीं रहाl
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